जैसे पतझड़ के पत्तें...लावारिश...नहीं– नहीं खाक होते हुए । जैसे पतझड़ के पत्तें...लावारिश...नहीं– नहीं खाक होते हुए ।
उतर कर जाते भी कहाँ ? मूसलाधार बारिश हो रही थी ! उतर कर जाते भी कहाँ ? मूसलाधार बारिश हो रही थी !
अच्छा हुआ कि आज़ इस व्यक्ति के चेहरे का मुखौटा उतर गया अच्छा हुआ कि आज़ इस व्यक्ति के चेहरे का मुखौटा उतर गया
कुछ देर में फिर इनके रुम में गए,, देखा तो मोबाइल में कुछ लिख रहे थे.. कुछ देर में फिर इनके रुम में गए,, देखा तो मोबाइल में कुछ लिख रहे थे..
हर एक से हर एक मस्तूर होते हैं वीरानों के भी कई दस्तूर होते हैं । हर एक से हर एक मस्तूर होते हैं वीरानों के भी कई दस्तूर होते हैं ।
मेरे पैरो की यात्रा मानो रुक सी गयी l मेरे पैरो की यात्रा मानो रुक सी गयी l